पवित्रशास्त्र बाइबिल में बताया गया है जो व्यक्ति दूसरों की भलाई चाहता है और दूसरों के जीवन में प्रसन्नता लाना चाहता है उसके जीवन में भी प्रसन्नता आएगी और परमेश्वर उसके जीवन में भी भलाई को देगा लेकिन जो व्यक्ति दूसरों के लिए हमेशा बुराई ढूंढ़ता है उसके लिए बुराई ही प्रगट होगी…यह एक अति गहरा नियम है.
यह सिद्धांत हमेशा काम करता है…इसका एक उदाहरण बाइबिल में हम पाते हैं मोर्द्कै नामक व्यक्ति था जो हमेशा दूसरों का भला चाहता था…उसी के विपरीत एक और व्यक्ति था जो बुरा था उसका नाम हामान था जो सभी का बुरा चाहता था,
वह मोर्द्कै का भी बुरा चाहता था और उसे और उसकी सारी जाति के लोगो को खत्म कर देना चाहता था लेकिन हम देखते हैं अंत में हामान को बुराई का बदला बुराई मिला उसे उसी के बनाए फांसी के फंदे में लटका दिया गया और मोर्द्कै को राजा के द्वारा पुरे देश में सम्मान मिला